प्रजातंत्र तुम्हारा तंत्र हमारा

By Sanjeev Bagga MD

प्रजातंत्र तुम्हारा तंत्र हमारा - Sanjeev Bagga MD
  • Release Date: 2022-07-31
  • Genre: Literary Fiction

Description

प्रजातंत्र,एकता,समानता और समाजवाद के नारों ने देश की जनता  को मंत्र मुग्ध तो खूब किया । कमल और उसकी पत्नी रूपा इन नारो में विश्वास करने की भूल कर बैठे । कभी किसी कवि ने व्यंग्य करते हुए कहा था की  सच तो यह है की प्रजातंत्र किसी को प्रधान मंत्री तो बना  सकता है लेकिन प्रधान मंत्री भी व्यवस्था के सामने मजबूर है।बाबू और न्यायाधीश जनता द्वारा चुने नही जाते पर वो हर  परिवर्तन को रोक सकते है और उसकी राह में बाधाये डाल  सकते है । जनता के लिए प्रजातंत्र है। लेकिन देश का तंत्र किसी और के लिए काम कर रहा है।  देविका अम्मा एक मामूली सब्ज़ी बेचनी वाली  महिला थी जिसे फ़रहान खान नामक प्रसिद्ध अभिनेता ने शराब के नशे में अपनी गाड़ी के नीचे  कुचल दिया । मामला दस साल तक अदालतों में चला । आख़िर में देश की सबसे बड़ी अदालत ने फ़ैसला सुनाया ।  क्या फ़ैसला एक वंचित दरिद्र महिला के पक्ष में गया? या फिर शक्तिशाली व्यक्ति ही जीता ?  This novel in Hindi explores the role of democracy, socialism, equality before law in practice when the victim is a poor woman.  In the epic battle between David & Goliath who wins? A cynic commentator once bemoaned that the masses vote to change the system but the system is run by a few, for the few, and is of the few.